2024 Kharif Crop Sowing Status Data: खरीफ फसलों ने तोड़ा 2024 में रिकॉर्ड
कृषि ब्लॉग: फसल समस्या समाधान | Agriculture Blog in Hindi
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की रिपोर्ट के अनुसार खरीफ फसलों ने तोड़ा 2024 में रिकॉर्ड (2024 Kharif Crop Sowing Status Data) धान, दलहन, मोटे अनाज और तिलहन की बुआई में हुई वृद्धि और इसका कृषि पर प्रभाव।
भारत में खरीफ फसलों की बुआई 2024 में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच गई है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष कुल 1096.65 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बुआई की गई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 23.71 लाख हेक्टेयर अधिक है। खरीफ फसलें जैसे धान, दलहन, तिलहन और मोटे अनाजों की बुआई में वृद्धि दर्ज की गई है। इसके पीछे मौसम की अनुकूलता, किसानों की मेहनत और सरकारी योजनाओं का महत्वपूर्ण योगदान है। विशेष रूप से धान की बुआई में हुई बढ़ोतरी ने भारत के कृषि क्षेत्र को एक नई दिशा दी है।
Farmer Phone Company (FarmerPhone.Com) के माध्यम से इस ब्लॉग में हम (2024 Kharif Crop Sowing Status Data) खरीफ फसलों के क्षेत्रफल, विभिन्न फसलों में हुई वृद्धि और सरकार की नीतियों के बारे में और धान, दलहन, मोटे अनाज, तिलहन और गन्ने की बुआई में वृद्धि के कारण और विवरण की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत करेंगे।
2024 में खरीफ फसलों का कुल क्षेत्रफल (Total Sowing Area of Kharif Crops in 2024)
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष खरीफ फसलों का कुल बुआई क्षेत्र 1096.65 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है। पिछले वर्ष 2023 में यह क्षेत्र 1072.94 लाख हेक्टेयर था, जिसका मतलब है कि इस वर्ष 23.71 लाख हेक्टेयर अधिक क्षेत्र में बुआई की गई। इस वृद्धि का मुख्य कारण अनुकूल मौसम और बेहतर सरकारी योजनाएं हैं, जैसे प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, जिससे किसानों को अधिक फसल बुआई के लिए प्रेरणा मिली है।
धान की खेती में वृद्धि (Increase in Paddy Farming)
धान की खेती में 2024 में विशेष रूप से वृद्धि देखने को मिली है। पिछले वर्ष के 393.57 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की तुलना में इस वर्ष 410 लाख हेक्टेयर में धान की बुआई की गई है। धान भारतीय कृषि का प्रमुख हिस्सा है, और इसके उत्पादन में वृद्धि से किसानों की आय में भी बढ़ोतरी की उम्मीद की जा रही है। धान की बुआई में हुई यह बढ़ोतरी भारतीय खाद्य सुरक्षा में भी योगदान देगी।
2024 में दलहन की खेती का क्षेत्र (Pulse Crops Sowing Area)
दलहन की खेती में भी इस वर्ष क्षेत्रफल बढ़ा है। पिछले वर्ष के 118.43 लाख हेक्टेयर की तुलना में इस वर्ष 127.77 लाख हेक्टेयर में दलहन की बुआई की गई। अरहर, मूंग और उड़द जैसी प्रमुख दालों की बुआई में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो भारत की प्रोटीन आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
- अरहर की खेती – इस वर्ष 46.50 लाख हेक्टेयर में बुआई की गई है, जो पिछले वर्ष के 40.74 लाख हेक्टेयर से अधिक है।
- उड़द की खेती – इस वर्ष 30.44 लाख हेक्टेयर में बुआई की गई है, जो पिछले वर्ष के 32.25 लाख हेक्टेयर से कम है।
- मूंग की खेती – इस वर्ष 35.28 लाख हेक्टेयर में बुआई की गई है, जो पिछले वर्ष के 31.31 लाख हेक्टेयर से अधिक है।
- कुल्थी की खेती – इस वर्ष 0.44 लाख हेक्टेयर में बुआई की गई है, जो पिछले वर्ष के 0.35 लाख हेक्टेयर से अधिक है।
- मोथ बीन की खेती – इस वर्ष 10.53 लाख हेक्टेयर में बुआई की गई है, जो पिछले वर्ष के 9.42 लाख हेक्टेयर से अधिक है।
- अन्य दालों की खेती – इस वर्ष 4.59 लाख हेक्टेयर में बुआई की गई है, जो पिछले वर्ष के 4.36 लाख हेक्टेयर से अधिक है।
श्री अन्न (मिलेट्स) की खेती में सुधार (Improvement in Millet Farming)
मोटे अनाज या श्री अन्न की खेती में भी वृद्धि दर्ज की गई है। इस वर्ष 189.67 लाख हेक्टेयर में मोटे अनाजों की बुआई हुई, जो पिछले वर्ष के 183.11 लाख हेक्टेयर से अधिक है। मक्का की बुआई में भी इस वर्ष 83.67 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 87.50 लाख हेक्टेयर हो गई है। श्री अन्न के क्षेत्र में हुई यह वृद्धि ग्रामीण क्षेत्रों में पोषण सुरक्षा को भी मजबूत करेगी।
- ज्वार की खेती: इस वर्ष 15.54 लाख हेक्टेयर में बुआई की गई है, जो पिछले वर्ष के 14.22 लाख हेक्टेयर से अधिक है।
- बाजरा की खेती: इस वर्ष 69.88 लाख हेक्टेयर में बुआई की गई है, जो पिछले वर्ष के 70.89 लाख हेक्टेयर से कम है।
- रागी की खेती: इस वर्ष 10.94 लाख हेक्टेयर में बुआई की गई है, जो पिछले वर्ष के 8.85 लाख हेक्टेयर से अधिक है।
- छोटा बाजरा की खेती: इस वर्ष 5.81 लाख हेक्टेयर में बुआई की गई है, जो पिछले वर्ष के 5.48 लाख हेक्टेयर से अधिक है।
- मक्का की खेती : इस वर्ष 87.50 लाख हेक्टेयर में बुआई की गई है, जो पिछले वर्ष के 83.67 लाख हेक्टेयर से अधिक है।
तिलहन की खेती का क्षेत्र (Oilseeds Sowing Area)
तिलहन की फसलों की बुआई में भी इस वर्ष सुधार हुआ है। पिछले वर्ष 190.37 लाख हेक्टेयर की तुलना में इस वर्ष 193.32 लाख हेक्टेयर में तिलहन की बुआई हुई। मूंगफली, सोयाबीन, और अन्य तिलहन फसलों की बुआई में भी प्रगति दर्ज की गई है, जिससे खाद्य तेल उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद है।
- मूंगफली की खेती: इस वर्ष 47.85 लाख हेक्टेयर में बुआई की गई है, जो पिछले वर्ष के 43.75 लाख हेक्टेयर से अधिक है।
- सोयाबीन की खेती: इस वर्ष 125.11 लाख हेक्टेयर में बुआई की गई है, जो पिछले वर्ष के 123.85 लाख हेक्टेयर से अधिक है।
- सूरजमुखी की खेती: इस वर्ष 0.75 लाख हेक्टेयर में बुआई की गई है, जो पिछले वर्ष के 0.73 लाख हेक्टेयर से अधिक है।
- तिल की खेती: इस वर्ष 11.19 लाख हेक्टेयर में बुआई की गई है, जो पिछले वर्ष के 12.06 लाख हेक्टेयर से कम है।
- रामतिल की खेती: इस वर्ष 0.67 लाख हेक्टेयर में बुआई की गई है, जो पिछले वर्ष के 0.70 लाख हेक्टेयर से कम है।
- अरंडी की खेती: इस वर्ष 7.67 लाख हेक्टेयर में बुआई की गई है, जो पिछले वर्ष के 9.23 लाख हेक्टेयर से कम है।
गन्ने की खेती में वृद्धि (Increase in Sugarcane Cultivation)
गन्ने की खेती का क्षेत्र मामूली रूप से बढ़ा है। इस वर्ष गन्ने की बुआई का क्षेत्र 57.68 लाख हेक्टेयर है, जो पिछले वर्ष के 57.11 लाख हेक्टेयर से थोड़ा अधिक है। गन्ना भारतीय चीनी उद्योग का आधार है, और इसके उत्पादन में वृद्धि से उद्योग में स्थिरता बनी रहेगी।
जूट और मेस्टा की खेती का क्षेत्र (Jute and Mesta Farming Data)
जूट और मेस्टा की बुआई इस वर्ष 5.73 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में की गई, जो पिछले वर्ष की 6.66 लाख हेक्टेयर से कम है। यह कमी उत्पादन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है और बाजार की आपूर्ति को प्रभावित कर सकती है।
कपास की खेती और बुआई का क्षेत्र (2024 Cotton Farming Data)
कपास, जो भारत की एक महत्वपूर्ण वस्त्र फसल है, की बुआई इस वर्ष 112.48 लाख हेक्टेयर में की गई। पिछले वर्ष यह 123.69 लाख हेक्टेयर थी। इस कमी से कपास की उत्पादन क्षमता पर असर पड़ सकता है और मूल्य निर्धारण में उतार-चढ़ाव आ सकता है।
2024 में खरीफ फसलों का बुआई क्षेत्र जानें सम्पूर्ण जानकारी | Kharif Crop Sowing Data 2024
फसल | 2024 का क्षेत्र (लाख हेक्टेयर) | 2023 का क्षेत्र (लाख हेक्टेयर) | वृद्धि/कमी (लाख हेक्टेयर) |
कुल खरीफ फसल | 1096.65 | 1072.94 | 23.71 |
धान की खेती | 410 | 393.57 | 16.43 |
दलहन की खेती | 127.77 | 118.43 | 9.34 |
अरहर | 46.5 | 40.74 | 5.76 |
उड़द | 30.44 | 32.25 | -1.81 |
मूंग | 35.28 | 31.31 | 3.97 |
कुल्थी | 0.44 | 0.35 | 0.09 |
मोथ बीन | 10.53 | 9.42 | 1.11 |
अन्य दालें | 4.59 | 4.36 | 0.23 |
मोटे अनाज (श्री अन्न) | 189.67 | 183.11 | 6.56 |
मक्का | 87.5 | 83.67 | 3.83 |
ज्वार | 15.54 | 14.22 | 1.32 |
बाजरा | 69.88 | 70.89 | -1.01 |
रागी | 10.94 | 8.85 | 2.09 |
छोटा बाजरा | 5.81 | 5.48 | 0.33 |
तिलहन की खेती | 193.32 | 190.37 | 2.95 |
मूंगफली | 47.85 | 43.75 | 4.1 |
सोयाबीन | 125.11 | 123.85 | 1.26 |
सूरजमुखी | 0.75 | 0.73 | 0.02 |
तिल | 11.19 | 12.06 | -0.87 |
रामतिल | 0.67 | 0.7 | -0.03 |
अरंडी | 7.67 | 9.23 | -1.56 |
गन्ना | 57.68 | 57.11 | 0.57 |
जूट और मेस्टा | 5.73 | 6.66 | -0.93 |
कपास | 112.48 | 123.69 | -11.21 |
सारांश:
- 2024 में खरीफ फसलों की बुआई का कुल क्षेत्र 1096.65 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है।
- धान की बुआई 410 लाख हेक्टेयर तक पहुंची, जो पिछले वर्ष से 23.71 लाख हेक्टेयर अधिक है।
- दलहन की खेती का क्षेत्र 127.77 लाख हेक्टेयर हो गया, जो पिछले वर्ष से 9.34 लाख हेक्टेयर अधिक है।
- मोटे अनाजों की बुआई में भी 189.67 लाख हेक्टेयर की वृद्धि दर्ज की गई है।
- तिलहन की बुआई 193.32 लाख हेक्टेयर तक पहुंची, जो पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है।
- गन्ने की खेती में मामूली वृद्धि हुई और इसका क्षेत्र 57.68 लाख हेक्टेयर तक पहुंचा।
आशा करते है की (Farmer Phone Company) के माध्यम से इस कृषि ब्लॉग में दी गई जानकारी कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की रिपोर्ट अनुसार 2024 में खरीफ फसलों का बुआई क्षेत्र 1096.65 लाख हेक्टेयर पहुंचा (2024 Kharif Crop Sowing Status Data) जानें धान, दलहन, मोटे अनाज, तिलहन और गन्ने में वृद्धि के कारण और विवरण आप के लिए फायदेमंद साबित होगी।
अक्सर पूछे जानें वाले प्रश्न:
प्रश्न – 2024 में खरीफ फसलों का कुल बुआई क्षेत्र कितना है?
उत्तर – 2024 में कुल खरीफ बुआई क्षेत्र 1096.65 लाख हेक्टेयर है।
प्रश्न – 2024 में धान की बुआई का कुल क्षेत्रफल कितना है?
उत्तर – 2024 में धान की बुआई 410 लाख हेक्टेयर में हुई है।
प्रश्न – दलहन की खेती का क्षेत्र 2024 में कितना बढ़ा है?
उत्तर – दलहन का क्षेत्र 127.77 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है, जो पिछले वर्ष से 9.34 लाख हेक्टेयर अधिक है।
प्रश्न – मोटे अनाजों की बुआई 2024 में कितनी हुई है?
उत्तर – मोटे अनाजों की बुआई 189.67 लाख हेक्टेयर में दर्ज की गई है।
प्रश्न – तिलहन की खेती का क्षेत्र 2024 में कितना है?
उत्तर – 2024 में तिलहन की बुआई 193.32 लाख हेक्टेयर में हुई है।
प्रश्न – 2024 में गन्ने की खेती का क्षेत्र कितना है?
उत्तर – गन्ने की बुआई का क्षेत्र 57.68 लाख हेक्टेयर है।
प्रश्न – 2024 में जूट की खेती का कुल क्षेत्र कितना है?
उत्तर – जूट और मेस्टा की बुआई 5.73 लाख हेक्टेयर में हुई है।
प्रश्न – 2024 में कपास की खेती का क्षेत्र कितना है?
उत्तर – कपास की बुआई 112.48 लाख हेक्टेयर में की गई है।
प्रश्न – 2024 में धान की खेती का क्षेत्र कितना है?
उत्तर – इस वर्ष धान की बुआई 410 लाख हेक्टेयर तक पहुंची है, जो पिछले वर्ष से 23.71 लाख हेक्टेयर अधिक है।
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