Best Mustard Seeds Variety
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Best Mustard Seeds Variety: टॉप 10 हाइब्रिड सरसों की वैरायटी की सम्पूर्ण जानकारी।

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कृषि ब्लॉग: फसल समस्या समाधान  | Agriculture Blog in Hindi


Best Mustard Seeds Variety: टॉप 10 हाइब्रिड सरसों की वैरायटी की सम्पूर्ण जानकारी


सरसों, भारतीय कृषि का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और भारत दुनिया में सबसे बड़े सरसों उत्पादक देशों में से एक है। यह रबी सीजन की मुख्य फसल होती है, जिसे खाद्य तेल, मसाले, और दवाओं के लिए प्रयोग किया जाता है। सरसों के बीजों से निकलने वाला तेल भारतीय खाना पकाने में अत्यधिक इस्तेमाल होता है और इसका सांस्कृतिक महत्व भी है। इसके अलावा, सरसों की खली भी पशु आहार के रूप में उपयोग होती है, जो कृषि क्षेत्र में एक और आर्थिक लाभ प्रदान करती है।

सरसों की खेती किसानों के लिए एक फायदेमंद व्यवसाय है, क्योंकि यह कम समय में अच्छी उपज और मुनाफा देती है। हाइब्रिड बीजों के उपयोग से उपज की गुणवत्ता और उत्पादन दोनों में वृद्धि होती है। Farmer Phone Company (FarmerPhone.Com) माध्यम से इस ब्लॉग में हम आपको (Best Mustard Seeds Variety) टॉप 10 हाइब्रिड सरसों की वैरायटी के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे, ताकि आप बेहतर उपज प्राप्त कर सकें।


भारत में सरसों की खेती (All Information Mustard Farming in Hindi)

भारत में सरसों की खेती मुख्य रूप से राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात में की जाती है। राजस्थान भारत में सबसे अधिक सरसों का उत्पादन करता है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल, बिहार और ओडिशा में भी सरसों की खेती होती है। सरसों एक ठंडी जलवायु की फसल है, जो कम तापमान पर बेहतर प्रदर्शन करती है। यह अक्टूबर से नवंबर के बीच बोई जाती है और फरवरी-मार्च के बीच काटी जाती है।

सरसों की खेती के लिए उचित मिट्टी और जलवायु का होना आवश्यक है। दोमट और रेतीली मिट्टी सरसों की खेती के लिए उपयुक्त होती है, जो अच्छे जल निकास वाली होनी चाहिए। इसके साथ ही, सरसों की खेती के लिए न्यूनतम 10°C से 25°C तापमान की आवश्यकता होती है।


सरसों की किस्म (Hybrid mustard varieties in India)

सरसों की खेती के लिए कई प्रकार की वैरायटीज मौजूद हैं, जिन्हें दो मुख्य श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है:

  1. पारंपरिक सरसों की किस्में: ये किस्म लंबे समय से उगाई जा रही हैं और इनकी विशेषता यह है कि इनका पौधों का आकार बड़ा होता है और उत्पादन सामान्य होता है।
  2. हाइब्रिड सरसों की किस्में: हाइब्रिड वेराइटी आधुनिक तकनीक के माध्यम से विकसित की गई हैं जो पारंपरिक किस्मों के मुकाबले अधिक उत्पादन क्षमता और रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करती हैं। इनका पौधा छोटा होता है, और बीजों में तेल की मात्रा अधिक होती है।

सरसों के प्रकार (Types of Mustard Crop All Information)

सरसों की विभिन्न किस्में उनके रंग, तेल की मात्रा, और उनके उत्पादन क्षेत्र के आधार पर विभाजित की जाती हैं। कुछ प्रमुख प्रकार निम्नलिखित हैं:

  1. पीली सरसों (Yellow Mustard): इसमें कम तीखापन होता है और इसका उपयोग खाद्य सामग्री के रूप में होता है।
  2. काली सरसों (Black Mustard): तीखी होती है और इसका उपयोग मसालों में किया जाता है।
  3. राई (Brown Mustard): यह मुख्य रूप से तेल उत्पादन के लिए उपयोग होती है।
  4. तारामीरा (Wild Mustard): इसे सूखे क्षेत्रों में उगाया जाता है और इसमें अन्य सरसों की तुलना में कम तेल होता है।
Types of Mustard Crop Seed
Types of Mustard Crop Seed | Farmer Phone Company

हाइब्रिड सरसों की वैरायटी (Hybrid Mustard Varieties)

1. पायनियर 45S46 सरसों के बीज (Pioneer 45S46 Mustard Seeds)

यह संकर किस्म मध्यम परिपक्वता के साथ उच्च तेल प्रतिशत और मोटे दानों वाली होती है। 90-110 दिनों में परिपक्व होकर अच्छी उपज देती है और विभिन्न रोगों के प्रति सहनशील है।

2. पायनियर 45S47 सरसों के बीज (Pioneer 45S47 Mustard Seeds)

यह किस्म ज्यादा फुटाव वाली होती है और 122-125 दिनों में परिपक्व होती है। इसमें 43.50% तक तेल होता है और यह तनाव सहिष्णु है, जिससे लंबी अवधि तक बेहतर उत्पादन देती है।

3. एडवांटा 414 सरसों के बीज (Advanta 414 Mustard Seeds)

शक्तिशाली रोग प्रतिरोधी यह किस्म 120-125 दिनों में परिपक्व होती है। बुवाई अक्टूबर-नवंबर में की जा सकती है, और इसका उच्च उत्पादन और बेहतर तेल प्रतिशत इसे किसानों के लिए लाभदायक बनाता है।

4. श्रीराम 1666 HYB सरसों बीज (Shriram 1666 HYB Mustard Seeds)

लंबी शाखाओं वाले पौधे वाली यह किस्म 128-130 दिनों में परिपक्व होती है। बुवाई अक्टूबर-नवंबर में की जाती है और अधिक तेल प्रतिशत के साथ उच्च उत्पादन प्रदान करती है।

5. क्रिस्टल 5222 सरसों के बीज (Crystal Hybrid Mustard Seeds 5222)

इसकी बुआई अक्टूबर-नवंबर में की जाती है। पंक्ति से पंक्ति की दूरी 30-45 सेमी और पौधे से पौधे की दूरी 10-15 सेमी होती है। यह किस्म 41-42% तक तेल की मात्रा प्रदान करती है।

6. क्रिस्टल केसरी गोल्ड हाइब्रिड सरसों (Crystal Kesari Gold Hybrid Mustard)

यह किस्म जल्दी परिपक्वता अवधि वाली है 100 से 110 दिन मे तैयार हो जाती है। इस किस्म के दानों का रंग भूरा/केसरी होता है और पोधों की उचाई 140 से 160 सेमी होती है। सरसों का दाना मोटा और प्रति एकड़ उत्पादन लगभग 10 से 12 क्विंटल होता है। 

7. महिको 8030 हाइब्रिड सरसों के बीज (Mahyco MRR-8030 Hybrid Mustard Seeds)

सरसों की यह किस्म 125 से 130 दिनों मे तैयार हो जाती है। पोधों के सम्पूर्ण भागों मे ऊपर से नीचे तक ज्यादा फलिया होती है। पोधों मे ज्यादा शाखाएं, मध्यम आकार के आकर्षित दानें और ज्यादा उत्पादन देने वाली किस्म है । 

8. कामदगिरि दुर्गा हाइब्रिड सरसों बीज (Kamadgiri Durga Hybrid Mustard Seeds) 

इस किस्म की फसल अवधि 125 से 130 दिन की होती है। पोधों की उचाई 205 से 210 सेमी होती है ओर इसकी बुवाई आप सभी प्रकार के मिट्टी मे कर सकते है। सरसों का दाना मोटा वजनदार होता है ओर प्रति एकड़ उत्पादन 15 से 16 क्विंटल तक होता है। 

9. रासी बुलेट सरसों के बीज (Rasi Bullet Mustard Seeds)

इस किस्म की फसल अवधि 105 से 115 दिन की होती है, सरसों का दाना मोटा आकर्षक होता है। इस किस्म की बुवाई आप सभी प्रकार की मिट्टी मे कर सकते है और फसल को कम सिचाई की आवश्यकता होती है तथा प्रति एकड़ उत्पादन ज्यादा प्राप्त होता है। 

10. रासी 1604 हाइब्रिड सरसों के बीज (Rasi 1604 Hybrid Mustard Seeds)

यह किस्म मध्यम फसल अवधि 125 से 135 दिनों की है। प्रति पोधों मे ज्यादा फलियों की संख्या और मोटे वजनदार दाने तथा तेल की मात्रा ज्यादा होती है। इस किस्म की बुवाई आप सभी प्रकार की मिट्टी मे कर सकते है ओर ज्यादा उत्पादन प्राप्त कर सकते है। 

Best Hybrid Mustard Varieties
Best Hybrid Mustard Varieties | Farmer Phone Company 

सारांश:

आशा करते है की (Farmer Phone Company) के माध्यम से इस कृषि ब्लॉग में हमने सरसों की खेती की जानकारी से लेकर टॉप 10 हाइब्रिड सरसों की वैरायटी के बारे में विस्तृत जानकारी दी है। हाइब्रिड बीजों का उपयोग किसानों को न केवल बेहतर उपज देता है, बल्कि यह जलवायु प्रतिरोधक क्षमता और रोगों से सुरक्षा भी प्रदान करता है। प्रत्येक किस्म के अपने अलग-अलग गुण और फायदे होते हैं, जो किसानों की आवश्यकताओं के अनुसार अलग-अलग क्षेत्रों में उपयुक्त होते हैं।

यदि किसान सही हाइब्रिड किस्म का चयन करते हैं और इसे सही समय पर बोते हैं, तो वे अपनी उपज और मुनाफा बढ़ा सकते हैं। इसके साथ ही, उच्च गुणवत्ता वाले तेल और अन्य उत्पाद प्राप्त करने के लिए सही किस्म का चुनाव बेहद महत्वपूर्ण है।


अक्सर पूछे जानें वाले प्रश्न: 

प्रश्न: सरसों की खेती के लिए सबसे उपयुक्त जलवायु क्या है?

उत्तर: सरसों की खेती ठंडी जलवायु में 10°C से 25°C तापमान पर बेहतर होती है।

प्रश्न: सरसों की प्रमुख खेती करने वाले राज्य कौन-कौन से हैं?

उत्तर: राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, और गुजरात प्रमुख राज्य हैं।

प्रश्न: सरसों की बुवाई का सबसे अच्छा समय कब है?

उत्तर: सरसों की बुवाई अक्टूबर से नवंबर के बीच की जाती है।

प्रश्न: सरसों की फसल की कटाई कब की जाती है?

उत्तर: सरसों की कटाई फरवरी-मार्च के बीच की जाती है।

प्रश्न: सरसों की पारंपरिक किस्म और हाइब्रिड किस्म में क्या अंतर है?

उत्तर: हाइब्रिड किस्में अधिक उत्पादन और रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करती हैं।

प्रश्न: पीली और काली सरसों में क्या अंतर है?

उत्तर: पीली सरसों में कम तीखापन होता है, जबकि काली सरसों मसालों में तीखी होती है।

प्रश्न: सरसों की खेती के लिए कौन सी मिट्टी उपयुक्त होती है?

उत्तर: दोमट और रेतीली मिट्टी, जिसमें जल निकास अच्छा हो, उपयुक्त होती है।

प्रश्न: सरसों की कौन सी हाइब्रिड वैरायटी तेल उत्पादन में सर्वश्रेष्ठ है?

उत्तर: पायनियर 45S46 सरसों की हाइब्रिड किस्म तेल उत्पादन के लिए सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है।

प्रश्न: सरसों की फसल में कितनी सिंचाई की आवश्यकता होती है?

उत्तर: सरसों की फसल में 3 से 4 सिंचाई की आवश्यकता होती है।

प्रश्न: सरसों के उत्पादन से किस प्रकार का आर्थिक लाभ होता है?

उत्तर: सरसों का तेल और खली पशु आहार के रूप में अच्छा आर्थिक लाभ प्रदान करती है।

प्रश्न – सबसे ज्यादा पैदावार देने वाली सरसों कौन सी है?

उत्तर: पायनियर 45S46 और कामदगिरि दुर्गा हाइब्रिड सरसों अधिक पैदावार देती हैं।

प्रश्न – सरसों की नंबर वन वैरायटी कौन सी है?

उत्तर: पायनियर 45S46 को सरसों की नंबर वन वैरायटी माना जाता है।

प्रश्न – हाइब्रिड सरसों की पैदावार कितनी होती है?

उत्तर: हाइब्रिड सरसों की पैदावार 10 से 16 क्विंटल प्रति एकड़ तक हो सकती है।

प्रश्न – एक बीघा में कितना सरसों बोया जाता है?

उत्तर: एक बीघा में लगभग 1 किलोग्राम सरसों के बीज बोए जाते हैं।

प्रश्न – पायनियर सरसों बीज 45S46 की कीमत क्या है?

उत्तर: पायनियर 45S46 सरसों बीज की कीमत लगभग ₹600 से ₹800 प्रति किलोग्राम होती है।

प्रश्न – श्रीराम 1666 सरसों का बीज की जानकारी क्या है?

उत्तर: श्रीराम 1666 हाइब्रिड सरसों 128-130 दिनों में पकती है और इसका तेल प्रतिशत अधिक होता है।

प्रश्न – 60 दिन में पकने वाली सरसों कौन सी है?

उत्तर: 60 दिन में पकने वाली सरसों की किस्में स्थानीय क्षेत्रों में सीमित हो सकती हैं, प्रमुख किस्मों में 90-110 दिनों की परिपक्वता होती है।

प्रश्न – 5222 सरसों की पैदावार कितनी है?

उत्तर: क्रिस्टल 5222 हाइब्रिड सरसों की पैदावार 10-12 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।

प्रश्न – सबसे कम दिनों में पकने वाली सरसों कौन सी है?

उत्तर: क्रिस्टल केसरी गोल्ड हाइब्रिड सरसों 100-110 दिनों में पक जाती है।

प्रश्न – सबसे अच्छी सरसों की किस्म कौन सी है?

उत्तर: पायनियर 45S46 और महिको 8030 को सबसे अच्छी हाइब्रिड सरसों की किस्मों में गिना जाता है।


Author –

Durgaprasad Kewte 


 

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