Organic Insecticide Information in Hindi
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Organic Insecticide: सबसे अच्छा जैविक कीटनाशक, उपयोग, फायदें और सम्पूर्ण जानकारी।

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Organic Insecticide: सबसे अच्छा जैविक कीटनाशक, उपयोग, फायदें और सम्पूर्ण जानकारी।

आज के कृषि जगत में जैविक कीटनाशकों का महत्त्व तेजी से बढ़ रहा है। कृषि उत्पादन बढ़ाने और फसलों को कीटों के प्रकोप से बचाने के लिए कीटनाशकों का उपयोग आम हो गया है, लेकिन रासायनिक कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग से पर्यावरण, मानव स्वास्थ्य और मिट्टी की गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। ऐसे में जैविक कीटनाशक एक स्थायी और पर्यावरण-अनुकूल विकल्प के रूप में उभर कर सामने आए हैं।

फार्मर फोन कंपनी (FarmerPhone.Com) के माध्यम से जानें जैविक कीटनाशक (Organic Insecticide) क्या है, इसके प्रकार, फायदे और फसलों में उपयोग के महत्व। जैविक कीटनाशक पर्यावरण को सुरक्षित रखते हुए फसल की गुणवत्ता और पैदावार बढ़ाते हैं।

जैविक कीटनाशक क्या है? (Organic Insecticide Information in Hindi)  

जैविक कीटनाशक (Organic Pesticides) ऐसे कीटनाशक होते हैं जो प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त होते हैं और फसलों पर लगने वाले कीटों और रोगों को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। इनकी संरचना में रसायनिक तत्वों की बजाय जैविक और प्राकृतिक तत्व शामिल होते हैं, जैसे पौधों के अर्क, खनिज, फफूंद (कवक) और जैविक सूक्ष्मजीव। जैविक कीटनाशक पर्यावरण के लिए सुरक्षित होते हैं और मिट्टी, जल, और जैव विविधता को नुकसान नहीं पहुंचाते।

जैविक कीटनाशकों का उपयोग कृषि में परंपरागत रसायनिक कीटनाशकों का एक सुरक्षित और प्रभावी विकल्प प्रदान करता है। इन्हें मुख्य रूप से जैविक खेती में उपयोग किया जाता है, जहां किसानों का उद्देश्य फसल उत्पादन के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण और उपभोक्ताओं को स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थ प्रदान करना होता है।

जैविक कीटनाशक कितने प्रकार के होते है ? (Types of Organic Insecticide/Pesticide)

  1. माइक्रोबियल कीटनाशक: माइक्रोबियल कीटनाशक सूक्ष्मजीवों जैसे बैक्टीरिया, कवक, वायरस, और प्रोटोजोआ पर आधारित होते हैं। ये कीटनाशक सीधे कीटों पर हमला करते हैं और उन्हें नष्ट कर देते हैं।
  2. पादप आधारित कीटनाशक: पौधों से प्राप्त रसायन जैविक कीटनाशकों का दूसरा प्रमुख स्रोत हैं। इनमें ऐसे यौगिक होते हैं जो कीटों को रोकने या मारने में मदद करते हैं।
  3. जैव नियंत्रक (Biological Control Agents): ये ऐसे जीव होते हैं जो कीटों के प्राकृतिक शत्रु के रूप में कार्य करते हैं। ये कीटों की आबादी को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
  4. फेरोमोन आधारित कीटनाशक: फेरोमोन रसायन हैं जो कीटों को आकर्षित या भ्रमित करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। ये रसायन विशेष रूप से प्रजनन चक्र को बाधित करने के लिए प्रभावी होते हैं।
  5. खनिज आधारित कीटनाशक: इनमें ऐसे खनिज होते हैं जो कीटों को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। ये जैविक खेती में अधिक लोकप्रिय हैं।

सबसे बेस्ट जैविक कीटनाशक उपयोग मात्रा और कीटों का नियंत्रण (Best Organic Insecticide)

  1. नीम ऑयल (Neem Oil) कीटनाशक
  2. ब्यूवेरिया बेसियाना (Beauveria bassiana) जैविक कीटनाशक
  3. मेटाराइजियम एनिसोप्ली (Metarhizium anisopliae) जैविक कीटनाशक
  4. वर्टिसिलियम लेकानी (Verticillium lecanii) जैविक कीटनाशक
  5. वर्टिसिलियम क्लैमाइडोस्पोरियम (Verticillium chlamydosporium) जैविक कीटनाशक
  6. पेसिलोमाइसेस लिलासिनस (Paecilomyces lilacinus) जैविक कीटनाशक
  7. पोचोनिया क्लैमाइडोस्पोरिया (Pochonia chlamydosporia) जैविक कीटनाशक

1. नीम ऑयल कीटनाशक (Neem Oil Pesticide)

नीम का तेल एक प्राकृतिक कीटनाशक है, जो नीम के पेड़ की पत्तियों, बीजों और छाल से प्राप्त किया जाता है। इसमें सल्फर, नीमीन, और  अज़ादीराच्टिन जैसे प्रभावशाली तत्व होते हैं, जो कीटों के जीवन चक्र को बाधित करते हैं और उन्हें मारते हैं। नीम तेल में पाए जाने वाले रसायन कीटों के आंतरिक तंत्र को प्रभावित करते हैं, जैसे कि उनकी हॉर्मोनल क्रियावली को रोकते हैं, जिससे उनकी प्रजनन क्षमता समाप्त हो जाती है। यह कीटों के खाने की प्रक्रिया को भी रोकता है, जिससे वे भूख से मर जाते हैं।

नीम ऑयल कीटनाशक की उपयोग मात्रा 300 से 500 मिली प्रति एकड़ अनुसार सभी फसलों उपयोग करने से सभी प्रकार के रस चूसक कीट, बोरर और इल्लियां का सम्पूर्ण नियंत्रण हो जाता है।  

2. ब्यूवेरिया बेसियाना जैविक कीटनाशक (Beauveria bassiana Biological Pesticide)

ब्यूवेरिया बेसियाना एक फंगस (फफूंदी) है, जो कीटों के शरीर पर आक्रमण करके उन्हें नष्ट करता है। यह एक प्राकृतिक सूक्ष्मजीव है, जो विभिन्न कीटों पर प्रभाव डालता है। इसका उपयोग कृषि में कीटों को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। यह फंगस कीटों की बाहरी संरचना में प्रवेश करता है और अंदर से उन्हें नष्ट करता है। यह उनके शरीर के अंदर पनपता है और उनके अंगों को संक्रमित करता है, जिससे वे मर जाते हैं।

ब्यूवेरिया बेसियाना कीटनाशक मात्रा 500 मिली या ग्राम प्रति एकड़ उपयोग करने से फसल में थ्रिप्स, माहू, सफेद मक्खी, जैसिड, मिलीबग, इल्लियाँ, बोरर आदि कीटों को नियंत्रण करता है और ड्रिप एवं ड्रेंचिंग के माध्यम से 1 लीटर या किलो प्रति एकड़ उपयोग करने से दीमक, सफेद लट और मृदा जनित कीटो को यह खत्म करता है।  

3. मेटाराइजियम एनिसोप्ली जैविक कीटनाशक (Metarhizium anisopliae Biological Pesticide)

मेटाराइजियम एनिसोप्ली एक प्रकार की फंगस है, जो विभिन्न कीटों पर आक्रमण करती है। यह जीवाणु कीटों के शरीर पर आक्रमण करते हैं और उन्हें मरने का कारण बनते हैं। यह फंगस कीटों के शरीर में प्रवेश करके उनके अंदर से उन्हें नष्ट करता है। यह कीटों के शरीर के अंगों को संक्रमित करता है और धीरे-धीरे उन्हें मार देता है।

मेटाराइजियम एनिसोप्ली कीटनाशक का 400 से 500 मिली या ग्राम प्रति एकड़ और ड्रिप एवं ड्रेंचिंग के माध्यम से 1 लीटर या किलो का उपयोग करने करने से सभी प्रकार के कीटों का नियंत्रण होता है जैसे – लीफ हॉपर, रूट ग्रब, जापानी बीटल, ब्लैक वाइन वीविल, स्पिटलबग व्हाइट ग्रब, बोरर्स, कटवर्म, दीमक, रूट वीविल और आदि अन्य सभी कीट।  

4. वर्टिसिलियम लेकानी जैविक कीटनाशक (Verticillium lecanii Biological Pesticide)

वर्टिसिलियम लेकानी एक फंगस है, जो कीटों के शरीर पर हमला करके उन्हें नष्ट करता है। यह विशेष रूप से पौधों के रोगों को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी होता है। यह फंगस कीटों के शरीर के बाहरी हिस्से पर आक्रमण करता है और उनके शरीर को संक्रमित करता है। फंगस की जड़ें कीटों के अंदर बढ़कर उन्हें मार देती हैं।

वर्टिसिलियम लेकानी कीटनाशक की उपयोग मात्रा 400 मिली या ग्राम प्रति एकड़ उपयोग करने से सफेद मक्खी, जैसिड, माहू, थ्रिप्स और अन्य सभी प्रकार के रस चूसक कीटों और इल्लियों की खत्म करता है।  

5. वर्टिसिलियम क्लैमाइडोस्पोरियम जैविक कीटनाशक (Verticillium chlamydosporium Biological Pesticide)

वर्टिसिलियम क्लैमाइडोस्पोरियम भी एक प्रकार का फंगस है जो कीटों के नियंत्रण के लिए काम आता है। यह कीटों के शरीर के अंदर प्रवेश करके उन्हें नष्ट करता है। यह फंगस कीटों के शरीर में घुसकर उनके शरीर के अंदर घुस जाता है और उन्हें संक्रमित करता है, जिसके कारण वे मर जाते हैं।

वर्टिसिलियम क्लैमाइडोस्पोरियम कीटनाशक की उपयोग मात्रा 2 लीटर या किलो प्रति एकड़ उपयोग करने से फसलों को प्रभावित करने वाले सही नेमाटोड को नियंत्रित करता है।  

6. पेसिलोमाइसेस लिलासिनस जैविक कीटनाशक (Pecilomyces lilacinus Biological Pesticide)

पेसिलोमाइसेस लिलासिनस एक अन्य प्रकार का फंगस है, जो फसलों और पौधों में कीटों को नियंत्रित करने के लिए काम करता है। यह फंगस कीटों की शरीर संरचना में प्रवेश करता है और उन्हें अंदर से नष्ट करता है। इसके द्वारा नियंत्रित किए गए कीट अपने जीवन चक्र के दौरान मर जाते हैं।

पेसिलोमाइसेस लिलासिनस कीटनाशक की उपयोग मात्रा 1 लीटर या किलो प्रति एकड़ ड्रिप और ड्रेंचिंग के माध्यम से उपयोग करने से फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले सभी प्रकार के नेमाटोड, जैसे रूट-नॉट नेमाटोड, सिस्ट नेमाटोड, रेनिफॉर्म नेमाटोड, साइट्रस नेमाटोड और स्टंट नेमाटोड को खत्म करता है।  

7. पोचोनिया क्लैमाइडोस्पोरिया जैविक कीटनाशक (Pochonia chlamydosporia Biological Pesticide)

पोचोनिया क्लैमाइडोस्पोरिया भी एक प्रकार का फंगस है, जो खेतों में कीटों को नियंत्रित करने के लिए कार्य करता है। यह कीटों के शरीर में प्रवेश करके उन्हें नष्ट करता है। यह फंगस कीटों के शरीर के अंदर जाकर उनकी आंतरिक प्रणाली को नष्ट कर देता है।

पोचोनिया क्लैमाइडोस्पोरिया कीटनाशक की उपयोग मात्रा 1 लीटर या किलो प्रति एकड़ ड्रिप और ड्रेंचिंग के माध्यम से उपयोग करने से फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले सभी प्रकार के नेमाटोड की सम्पूर्ण अवस्था जैसे अंडा, किशोर, वयस्क नेमाटोड को खत्म करता है।  

फसलों और पौधों में जैविक कीटनाशक क्यों करना चाहिए ? (Organic Pesticide Information) 

जैविक कीटनाशकों का उपयोग आज के समय में खेती और बागवानी में एक महत्वपूर्ण कदम बन गया है। ये प्राकृतिक संसाधनों से बने होते हैं और पर्यावरण, मिट्टी और मानव स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित माने जाते हैं। जैविक कीटनाशकों का उपयोग करने के कई लाभ हैं जो न केवल फसलों की गुणवत्ता बढ़ाते हैं, बल्कि दीर्घकालिक पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में भी मदद करते हैं।

1. पर्यावरण अनुकूलता : रासायनिक कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग से मिट्टी, पानी और हवा प्रदूषित होती है। ये रसायन फसलों के साथ-साथ गैर-लक्षित जीवों, जैसे परागण करने वाले कीड़ों और मित्र कीटों को भी नुकसान पहुंचाते हैं। जैविक कीटनाशक प्राकृतिक स्रोतों, जैसे पौधों के अर्क, जैविक तेल और सूक्ष्मजीवों से बनाए जाते हैं, जो पर्यावरण में तेजी से नष्ट हो जाते हैं और प्रदूषण नहीं फैलाते।

    2. मिट्टी की गुणवत्ता का संरक्षण : रासायनिक कीटनाशक मिट्टी के पोषक तत्वों को नष्ट कर सकते हैं, जिससे मिट्टी की उर्वरता कम हो जाती है। जैविक कीटनाशकों के उपयोग से मिट्टी की संरचना और पोषक तत्व संतुलन बनाए रखा जाता है। यह मिट्टी में जीवाणु और अन्य सूक्ष्मजीवों को भी सक्रिय बनाए रखता है, जो फसल उत्पादन के लिए आवश्यक हैं।

    3. फसल की गुणवत्ता और स्वास्थ्य: जैविक कीटनाशक न केवल कीटों को नियंत्रित करते हैं, बल्कि फसल की गुणवत्ता को भी बनाए रखते हैं। रसायनों के बिना उगाई गई फसलें पोषण से भरपूर होती हैं और उनमें हानिकारक अवशेष नहीं होते, जो मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकते हैं। जैविक कीटनाशकों से उगाई गई फसलें अधिक स्वादिष्ट और सुरक्षित होती हैं।

    4. मित्र कीटों और जैव विविधता का संरक्षण: रासायनिक कीटनाशकों का अत्यधिक उपयोग परागण करने वाले कीटों, जैसे मधुमक्खियों और तितलियों को नुकसान पहुंचा सकता है। जैविक कीटनाशक विशेष रूप से लक्षित कीटों को नियंत्रित करते हैं और पर्यावरण में जैव विविधता बनाए रखने में मदद करते हैं।

    5. मानव स्वास्थ्य की सुरक्षा: रासायनिक कीटनाशकों के अवशेष फसलों और खाद्य पदार्थों में रह सकते हैं, जो लंबे समय में स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं। जैविक कीटनाशकों का उपयोग इन अवशेषों को न्यूनतम स्तर पर रखता है, जिससे उपभोक्ताओं और किसानों का स्वास्थ्य सुरक्षित रहता है।

    6. दीर्घकालिक लाभ: जैविक कीटनाशक खेती की स्थिरता को बढ़ावा देते हैं। रसायनों पर निर्भरता कम होने से किसानों की लागत भी घटती है और प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण होता है।

    7. टिकाऊ खेती की दिशा में कदम: आज की दुनिया में टिकाऊ खेती की आवश्यकता बढ़ती जा रही है। जैविक कीटनाशकों का उपयोग टिकाऊ खेती का एक अभिन्न हिस्सा है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करता है।

    फसलों में जैविक कीटनाशक का उपयोग करने के फायदें (Organic Insecticide Use Benefits) 

    1. रासायनिक कीटनाशकों के विपरीत, जैविक कीटनाशक मिट्टी, पानी और हवा को प्रदूषित नहीं करते।
    2. जैविक कीटनाशक मिट्टी में लाभकारी सूक्ष्मजीवों को नुकसान नहीं पहुंचाते और इसकी उर्वरता को बढ़ावा देते हैं।
    3. जैविक कीटनाशक धीरे-धीरे प्रभाव डालते हैं, जिससे कीटों पर नियंत्रण लंबे समय तक बना रहता है।
    4. जैविक कीटनाशकों के उपयोग से फसलें रसायन मुक्त रहती हैं, जो मानव स्वास्थ्य के लिए बेहतर है।
    5. ये उत्पाद मित्र कीटों (जैसे लेडीबग और मधुमक्खी) को हानि नहीं पहुंचाते।
    6. जैविक कीटनाशकों का विविधतापूर्ण प्रभाव कीटों में प्रतिरोधक क्षमता विकसित नहीं होने देता।
    7. हानिकारक कीटों के नियंत्रण से पौधों का विकास बेहतर होता है और पैदावार बढ़ती है।
    8. इन उत्पादों के उपयोग के बाद फसल में किसी प्रकार का हानिकारक अवशेष नहीं रहता।
    9. इनका उपयोग खेतों में काम करने वाले किसानों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए सुरक्षित है।
    10. जैविक कीटनाशक विभिन्न प्रकार की फसलों पर प्रभावी होते हैं।
    11. जैविक कीटनाशक प्राकृतिक स्रोतों से बनाए जाते हैं, जिससे इनकी लागत अपेक्षाकृत कम होती है।
    12. नीम ऑयल जैसे जैविक कीटनाशक पौधों और प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त होते हैं।
    13. जैविक कीटनाशक मिट्टी को बांधकर रखते हैं, जिससे कटाव कम होता है।
    14. जैविक कीटनाशकों का उपयोग टिकाऊ कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देता है।
    15. जैविक कीटनाशकों का उपयोग करने से उपज को जैविक बाजार में बेहतर कीमत मिलती है।

    सारांश:

    जैविक कीटनाशक (Organic Pesticides) प्राकृतिक स्रोतों जैसे पौधों, सूक्ष्मजीवों और खनिजों से बनाए जाते हैं, जो कीटों और रोगों को नियंत्रित करने में प्रभावी होते हैं। ये रासायनिक कीटनाशकों का पर्यावरण-अनुकूल विकल्प हैं, जो मिट्टी, जल और जैव विविधता को नुकसान पहुंचाए बिना फसलों को सुरक्षित रखते हैं। नीम ऑयल, ब्यूवेरिया बेसियाना, मेटाराइजियम एनिसोप्ली जैसे जैविक कीटनाशक न केवल कीटों को नियंत्रित करते हैं बल्कि मिट्टी की गुणवत्ता और फसल की उपज भी बढ़ाते हैं। इनके उपयोग से थ्रिप्स, सफेद मक्खी, नेमाटोड और अन्य हानिकारक कीटों का प्रभावी नियंत्रण होता है।

    जैविक कीटनाशकों का उपयोग फसलों की गुणवत्ता बढ़ाने और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में सहायक है। ये उत्पाद मित्र कीटों और परागणकर्ताओं को नुकसान पहुंचाए बिना कीटों को नियंत्रित करते हैं। रसायनों के बिना उगाई गई फसलें स्वास्थ्यवर्धक और पोषण से भरपूर होती हैं। साथ ही, ये मिट्टी की उर्वरता को बनाए रखते हुए टिकाऊ खेती को बढ़ावा देते हैं। जैविक कीटनाशकों का दीर्घकालिक उपयोग किसानों की लागत को कम करता है और उनकी फसलें जैविक बाजार में बेहतर कीमत पाती हैं। टिकाऊ खेती और स्वास्थ्यवर्धक फसल उत्पादन के लिए जैविक कीटनाशक एक आवश्यक विकल्प हैं।

    अक्सर पूछे जानें वाले प्रश्न 

    प्रश्न – जैविक कीटनाशक क्या है?
    उत्तर – जैविक कीटनाशक प्राकृतिक स्रोतों से बने कीटनाशक हैं जो पर्यावरण के लिए सुरक्षित हैं।

    प्रश्न – जैविक कीटनाशक के प्रकार क्या हैं?
    उत्तर – इनमें माइक्रोबियल, पादप आधारित, जैव नियंत्रक, फेरोमोन आधारित, और खनिज आधारित कीटनाशक शामिल हैं।

    प्रश्न – नीम ऑयल कीटों को कैसे नियंत्रित करता है?
    उत्तर – नीम ऑयल कीटनाशकों के जीवन चक्र को बाधित कर कीटों को नियंत्रित करता है।

    प्रश्न – जैविक कीटनाशकों का पर्यावरण पर क्या प्रभाव होता है?
    उत्तर – ये मिट्टी, पानी और जैव विविधता को नुकसान नहीं पहुंचाते और पर्यावरण अनुकूल हैं।

    प्रश्न – जैविक कीटनाशक किस प्रकार के कीटों को ख़त्म करता हैं?
    उत्तर – यह थ्रिप्स, माहू, सफेद मक्खी, नेमाटोड और इल्लियों जैसे कीटों पर प्रभावी है।

    प्रश्न – किसानों को जैविक कीटनाशकों का उपयोग क्यों करना चाहिए?
    उत्तर – ये स्वास्थ्य, पर्यावरण और फसल की गुणवत्ता के लिए लाभकारी हैं।

    प्रश्न – जैविक कीटनाशकों का उपयोग कैसे किया जाता है?
    उत्तर – इन्हें फसलों पर स्प्रे, ड्रिप या ड्रेंचिंग के माध्यम से उपयोग किया जाता है।

    प्रश्न – क्या जैविक कीटनाशक मित्र कीटों को नुकसान पहुंचाते हैं?
    उत्तर – नहीं, ये केवल लक्षित कीटों को नियंत्रित करते हैं और मित्र कीटों को सुरक्षित रखते हैं।

    प्रश्न – नीम ऑयल की उपयोग मात्रा क्या है?
    उत्तर – 300-500 मिली प्रति एकड़ फसलों पर उपयोग करें।

    प्रश्न – जैविक कीटनाशकों का मुख्य लाभ क्या है?
    उत्तर – ये पर्यावरण सुरक्षित, फसलों की गुणवत्ता में सुधार और किसानों की लागत घटाने में मदद करते हैं।

    Author –

    Durgaprasad Kewte

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