Chilli Leaf Curl Virus Control: मिर्च में वायरस की दवाई और वायरस का 100% नियंत्रण
कृषि ब्लॉग: फसल समस्या समाधान | Agriculture Blog in Hindi
Chilli Leaf Curl Virus Control: मिर्च में वायरस की दवाई और वायरस का 100% नियंत्रण
आप का स्वागत है “Farmer Phone” वेबसाइड पर, दोस्तों, मिर्च की खेती भारत में बड़े पैमाने पर की जाती है और यह कई राज्यों में प्रमुख फसल के रूप में उगाई जाती है। लेकिन मिर्च की फसल में कई प्रकार के चूसक कीटों और वायरस रोगों का आक्रमण होता है, जिससे फसल को भारी नुकसान होता है। इन समस्याओं (Chilli Leaf Curl Virus Control) के प्रभावी नियंत्रण के लिए सही जानकारी और उचित उपायों की आवश्यकता होती है।
Farmer Phone Company (Farmer Phone.com) के माध्यम से इस ब्लॉग में जानें, मिर्च की फसल मे वायरस का नियंत्रण, मिर्च मे रस चूसक कीटों की समस्या, नियंत्रण के साथ वायरस की दवाई और बेस्ट कीटनाशक की सम्पूर्ण जानकारी।
भारत में मिर्च की खेती करने वाले प्रमुख राज्य | Major Chilli Growing States
भारत में मिर्च की खेती की बात करें तो आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, उड़ीसा, तमिलनाडु, बिहार, उत्तर प्रदेश राजस्थान और मध्यप्रदेश राज्यों में अत्यधिक मात्रा में मिर्च की पैदावार की जाती है।
मिर्च की फसल में रस चूसक कीटों की समस्या | Major Pests of Chilli
मिर्च की खेती में रस चूसक कीटों का प्रकोप एक प्रमुख समस्या है जो फसल की गुणवत्ता और उत्पादन दोनों को प्रभावित करता है। इन कीटों के प्रकोप से पौधों की वृद्धि रुक जाती है, पत्तियाँ पीली हो जाती हैं, और पौधों में रोग और वायरस फैलने की संभावना बढ़ जाती है। मिर्च की फसल को प्रभावित करने वाले प्रमुख रस चूसक कीट –
- एफिड (Aphids)
- सफेद मक्खी (Whitefly)
- थ्रिप्स (Thrips)
- मकड़ी (Mites)
मिर्च में वायरस रोग की समस्या | Chilli Crop Virus Problem
मिर्च की खेती में, अनगिनत किसानों के जीवन और वैश्विक मिर्च आपूर्ति के लिए मिर्च पत्ती मुड़ वायरस (CLCV) एक गंभीर खतरा बनकर उभर रहा है। यह खतरनाक वायरस न केवल मिर्च की फसलों को दिखाई देने वाला नुकसान पहुंचाता है, बल्कि किसानों की आर्थिक सुरक्षा और खाद्य सुरक्षा पर भी साया डालता है। मिर्च की फसल को प्रभावित करने वाले वायरस निम्न है –
- लिफ कर्ल वायरस (Leaf Curl Virus)
- टोबैको मोज़ेक वायरस (Tobacco Mosaic Virus)
- येलो वीन मोज़ेक वायरस (Yellow Vein Mosaic Virus)
मिर्च में वायरस के लक्षण | Chilli Leaf Curl Disease Symptoms
- वायरस, रस चूसक कीटों के माध्यम से ज्यादा फैलता है।
- कीट पत्तियों का रस चूसते है जिससे पत्तियों पर छोटे-छोटे पिले धब्बे दिखाई देते है।
- वायरस के संक्रमण से पत्तियों की शिराएं पिली और पत्तियों पर धब्बे दिखाई देते है।
- संक्रमण बढ़ने पर पत्तियां भूरी हो जाती है और बाद में सूखने लग जाती हैं।
- वायरस से प्रभावित पौधों की पत्तिया छोटी और गुच्छे में परिवर्तित हो जाती हैं।
- वायरस के कारण पौधों की बढ़वार रुक जाती है जिससे पौधे छोटे रह जाते हैं।
- वायरस रोग, फसल वृद्धि की सभी अवस्था में फैलता है और यह मुख्य रूप से मादा चूसक कीटों के फैलता है।
- मिर्च की फसल में वायरस का फैलाव 20 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान में ज्यादा होता हैं।
मिर्च में वायरस का जैविक नियंत्रण | Chilli Leaf Curl Virus Control Organic
- मिर्च की फसल में वायरस का नियंत्रण निम्न प्रक्रिया का उपयोग करें –
- सबसे पहले गर्मी के दिनों में खेत की गहरी जुताई करें।
- फसल कटाई के बाद खेत को पूर्ण रूप से साफ करें।
- फसल की बुवाई के लिए वायरस प्रतिरोधी किस्मो का उपयोग करें।
- फसल में चूसक कीटों के नियंत्रण के लिए IFC स्टिकी ट्रैप (10 पिले और 10 नीले) का उपयोग करें।
- फसल में हर 15 दिनों में आईएफसी नीम 10000 PPM वाला जैव-कीटनाशक 250 मिली/एकड़ अनुसार छिड़काव करें।
- फसल में चूसक कीटों की समस्या दिखाई देने पर डॉ. बैक्टोज़ ब्रेव (ब्यूवेरिया बैसियाना) 400 मिली/एकड़ अनुसार छिड़काव करें।
मिर्च रस चूसक कीटों का नियंत्रण | Chilli Leaf Curl Virus Chemical Control
- धानुका धनप्रीत कीटनाशक (एसिटामिप्रिड 20% एसपी) – 100 ग्राम प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें।
- धानुका पेजर कीटनाशक (डायफेंथियूरोन 50% WP) – 300 ग्राम प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें।
- बायर कॉन्फिडोर कीटनाशक (इमिडाक्लोप्रिड 17.1% एसएल) – 100 मिली प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें।
- सिंजेंटा अलिका कीटनाशक (थियामेथोक्साम 12.6% + लैम्ब्डा साइहलोथ्रिन 9.5% ZC) – 80 मिली प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें।
- यूपीएल उलाला कीटनाशक (फ्लोनिकैमिड 50% डब्लूजी) – 60 ग्राम प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें।
- बेस्ट एग्रोलाइफ़ रॉनफेन कीटनाशक – 300 मिली प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें।
नोट – बताएं गए उपरोक्त कीटनाशक का उपयोग फसल में वायरस की समस्या अनुसार एक बार में एक ही कीटनाशक का उपयोग करें।
मिर्च में वायरस की दवा: Leaf Curl Disease of Chilli Treatment
- जियोलाइफ नो वायरस मिर्च स्पेशल – 500 मिली/एकड़ अनुसार छिड़काव करें।
- कटरा फर्टिलाइजर्स कटरा वायरस-जी विषाणुनाशक – 100 मिली/एकड़ अनुसार छिड़काव करें।
- आनंद एग्रो वायरो बैन विषाणुनाशक – 450 मिली/एकड़ अनुसार छिड़काव करें।
- पाटिल बायोटेक एरेना गोल्ड विषाणुनाशक – 150 ग्राम/एकड़ अनुसार छिड़काव करें।
नोट – बताये गए विषाणुनाशक के साथ आप को हमेशा कोई एक चूसक कीटों के नियंत्रण के लिए कीटनाशक का उपयोग करें।
सारांश:
मिर्च की खेती भारत में बड़े पैमाने पर होती है, लेकिन इसकी फसल में कई प्रकार के चूसक कीटों और वायरस रोगों का आक्रमण होता है। ये समस्याएं फसल को भारी नुकसान पहुंचा सकती हैं। इस ब्लॉग में, हम चूसक कीटों और वायरस रोगों के बारे में विस्तार से चर्चा की है, उनके प्रभावी नियंत्रण के उपाय बताएं है, और आवश्यक दवाओं के नाम, उनकी उपयोग मात्रा और विधि की जानकारी दी हुई है। उम्मीद है कि “Farmer Phone” वेबसाइड के माध्यम यह ब्लॉग आपकी मिर्च की फसल को कीटों और वायरस से बचाने में मदद करेगा। अगर आपको और जानकारी चाहिए या कोई सवाल है, तो कृपया कमेंट में लिखें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
1. भारत में मिर्च की खेती करने वाले प्रमुख राज्य कौन से हैं?
उत्तर – आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, उड़ीसा, तमिलनाडु, बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्यप्रदेश।
2. मिर्च की फसल में प्रमुख रस चूसक कीट कौन-कौन से हैं?
उत्तर – एफिड (Aphids), सफेद मक्खी (Whitefly), थ्रिप्स (Thrips), मकड़ी (Mites)।
3. मिर्च की फसल में वायरस रोग के प्रमुख लक्षण क्या हैं?
उत्तर – पत्तियों पर पीले धब्बे, शिराओं का पीलापन, पत्तियों का भूरा होना और सूखना।
4. मिर्च की फसल में लिफ कर्ल वायरस (Leaf Curl Virus) कैसे फैलता है?
उत्तर – लिफ कर्ल वायरस रस चूसक कीटों के माध्यम से फैलता है।
5. मिर्च की फसल में वायरस के जैविक नियंत्रण के उपाय क्या हैं?
उत्तर – खेत की गहरी जुताई, वायरस प्रतिरोधी किस्मों का उपयोग, IFC स्टिकी ट्रैप का उपयोग।
6. चूसक कीटों के नियंत्रण के लिए कौन-कौन से कीटनाशक उपयोगी हैं?
उत्तर – धानुका धनप्रीत, धानुका पेजर, बायर कॉन्फिडोर, सिंजेंटा अलिका, यूपीएल उलाला।
7. मिर्च फसल में वायरस नियंत्रण के लिए कौन सी विषाणुनाशक दवाएं उपयोगी हैं?
उत्तर – जियोलाइफ नो वायरस मिर्च स्पेशल, कटरा वायरस-जी, आनंद एग्रो वायरो बैन, पाटिल बायोटेक एरेना गोल्ड।
8. मिर्च की फसल में रस चूसक कीटों के लक्षण क्या हैं?
उत्तर – पत्तियों पर छोटे-छोटे पीले धब्बे और पत्तियों का मुड़ना।
Author – Durgaprasad Kewte
आपने बहुत अच्छी जानकारी दी है इसलिए मैं आपका आभारी हूँ।
virus ka prkop agar 60 % hai to kya krna chahiye ?aaur podhome kuch bdlav hoga ya nhi ?