Stem Borer Brinjal Fruit and Shoot Borer Control: बैंगन में तना छेदक, फल छेदक और शूट बोरर का नियंत्रण जैविक, रासायनिक उपाय और जानें बेस्ट कीटनाशक की सम्पूर्ण जानकारी।
कृषि ब्लॉग: फसल समस्या समाधान | Agriculture Blog in Hindi
Stem Borer Brinjal Fruit and Shoot Borer Control: बैंगन में तना छेदक, फल छेदक और शूट बोरर का नियंत्रण जैविक, रासायनिक उपाय और जानें बेस्ट कीटनाशक की सम्पूर्ण जानकारी।
बैंगन (Brinjal Crop) भारतीय कृषि की एक महत्वपूर्ण फसल है, जिसे सब्जी के रूप में दुनिया भर में उगाया जाता है और इस फसल से ज्यादा उत्पादन और मुनाफा कमाया जाता है। । हालांकि, बैंगन की फसल को कई कीटों और बीमारियों से बचाने की आवश्यकता होती है। इनमें से तना छेदक (Brinjal Stem Borer), फल छेदक (Brinjal Fruit Borer) और शूट बोरर (Brinjal Shoot Borer) कीट सबसे खतरनाक माने जाते हैं, जो फसल को गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं।
इन कीटों का समय पर नियंत्रण न किया जाए तो फसल का उत्पादन काफी कम हो सकता है। इस लेख में फार्मर फोन कंपनी (Farmer Phone Company) के माध्यम से जानें बैंगन की फसल में तना छेदक, फल छेदक और शूट बोरर कीटों के नुकसान, उनके जीवन चक्र, लक्षण और (Stem Borer Brinjal Fruit and Shoot Borer Control) जैविक तथा रासायनिक नियंत्रण के उपायों के साथ-साथ बेस्ट कीटनाशक की विस्तृत जानकारी।
बैंगन में तना छेदक, फल छेदक और शूट बोरर कीटों की समस्या | Brinjal Stem Borer, Shoot Borer and Fruit Borer Problem
तना छेदक, फल छेदक और शूट बोरर बैंगन की फसल के सबसे प्रमुख कीटों में से एक हैं। ये कीट पौधे के तने, फल और शूट में छेद कर के अंदरूनी भाग को खा जाते हैं, जिससे पौधे की वृद्धि रुक जाती है और फल भी खराब हो जाते हैं। यह समस्या विशेष रूप से बारिश के मौसम में अधिक होती है और सभी मौसम में जब वातावरण में नमी अधिक होती है, जिससे इन कीटों का प्रकोप तेजी से फैलता है। यदि इन कीटों का समय रहते नियंत्रण न किया जाए तो पूरी फसल बर्बाद हो सकती है।
बैंगन की फसल में तना छेदक और शूट बोरर से नुकसान | Damage of Brinjal Shoot Borer and Fruit Borer
बैंगन की फसल में तना छेदक (Brinjal Stem Borer) और शूट बोरर (Brinjal Shoot Borer) कीट फसल को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। यह कीट पौधों के तनों और शूट में सुरंग बनाकर पौधे के पोषक तत्वों के प्रवाह को रोक देता है, जिससे पौधे कमजोर हो जाते हैं और उत्पादन में कमी आती है। इससे फल का आकार छोटा रह जाता है और कभी-कभी पूरी फसल नष्ट हो जाती है। तना छेदक के प्रकोप से बैंगन की उपज में 50% तक की कमी हो सकती है, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है।
बैंगन में तना छेदक और शूट बोरर का जीवन चक्र | Life Cycle of Stem Borer and Shoot Borer in Brinjal
- अंडा (Egg Stage): तना छेदक मादा कीट अपने अंडे बैंगन की तने और पत्तियों पर देती है। अंडे छोटे, सफेद या पीले रंग के होते हैं और अक्सर गुच्छों में देखे जाते हैं। अंडे की अवधि आमतौर पर 4-10 दिन होती है, जो मौसम और तापमान पर निर्भर करती है।
- लार्वा (Larva Stage): अंडों से निकलने के बाद, लार्वा तने के भीतर घुसकर गहरे छिद्र बनाते हैं। यह लार्वा तने के अंदर भोजन करते हैं और विकास करते हैं। लार्वा की अवधि 2-4 सप्ताह की होती है।
- प्यूपा (Pupa Stage): लार्वा पूरी तरह से विकसित होने के बाद, वे तने से बाहर आकर प्यूपा अवस्था में बदल जाते हैं। प्यूपा एक कठोर, चित्तीदार अवस्था होती है जिसमें कीट का विकास और संपूर्ण रूप बदलता है। प्यूपा की अवधि 7-14 दिन होती है।
- वयस्क (Adult Stage): प्यूपा अवस्था से निकलकर यह वयस्क कीट बन जाते हैं। वयस्क कीट आमतौर पर छोटे, भूरे या काले रंग के होते हैं और उड़कर नए अंडे देने के लिए तैयार हो जाते हैं। वयस्क कीट की आयु आमतौर पर 1-2 सप्ताह की होती है।
बैंगन में तना छेदक और शूट बोरर के लक्षण | Brinjal Shoot and Fruit Borer Symptoms
- तना छेदक और शूट बोरर कीट के लार्वा तने के अंदर घुसकर तने को खोखला करने लगते हैं, जिससे तने पर छोटे-छोटे छिद्र बन जाते हैं। ये छिद्र सामान्यतः बैंगन के तने पर दिखाई देते हैं।
- तने में छेद करने की वजह से पौधे के अंदर का अंग कमजोर हो जाता है, जिससे पौधे की वृद्धि प्रभावित होती है। इससे तने में सड़न और मुरझाने की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
- तने पर छिद्र होने के कारण पौधे में पानी और पोषक तत्वों का उचित प्रवाह बाधित हो जाता है, जिससे पत्तियां मुरझा जाती हैं और उनकी वृद्धि रुक जाती है।
- अगर तना छेदक कीट की समस्या बढ़ती है, तो पौधे की संरचना कमजोर हो जाती है, जिससे फूल और फल गिर सकते हैं या सही तरीके से विकसित नहीं हो पाते।
- तने पर कीट की गतिविधि के कारण अक्सर सफेद या गहरे रंग की निशानियाँ बन जाती हैं, जो कि लार्वा के घुसने और बाहर निकलने के संकेत होते हैं।
बैंगन में तना छेदक और शूट बोरर का जैविक नियंत्रण | Brinjal Shoot and Fruit Borer Organic Control
- तना छेदक के प्राकृतिक शत्रुओं का संरक्षण और प्रोत्साहन करें जैसे कि परजीवी कीट (Trichogramma spp.) और परभक्षी कीट (Cotesia spp.) जो तना छेदक के अंडों और लार्वा को नियंत्रित करते हैं।
- फसल की सुरक्षा के लिए बैंगन की फसल को स्थानिक परिवर्तन (Crop Rotation) के माध्यम से कीटों के प्रकोप से बचाएं। बैंगन की फसल को कीटों के प्रकोप वाले क्षेत्रों से दूर रखें और कीट प्रतिरोधक किस्मों का उपयोग करें।
- बैंगन की फसल में फेरोमोन ट्रैप्स 6 से 8 नग प्रति एकड़ उपयोग करें जो तना छेदक कीट को आकर्षित करते हैं और उन्हें खत्म करते है । ये ट्रैप्स कीट की निगरानी में मदद करते हैं और कीटों की संख्या को नियंत्रित करते हैं।
बैंगन में तना छेदक और शूट बोरर का रासायनिक नियंत्रण | Brinjal Shoot and Stem Borer Chemical Control
- इंडोक्साकार्ब (Indoxacarb 14.5% SC): यह एक प्रभावी कीटनाशक है जो तना छेदक के लार्वा को नियंत्रित करता है। इसे 100 मिली प्रति एकड़ अनुसार फसल पर छिड़काव करें
- क्लोरंट्रानिलिप्रोल (Chlorantraniliprole 18.5% SC): यह कीटनाशक तना छेदक के लार्वा के खिलाफ प्रभावी होता है। इसे 60 मिली प्रति एकड़ अनुसार फसल पर छिड़काव करें
- लॅम्डासायहॅलोथ्रीन (Lambda-Cyhalothrin 5% EC): यह एक पायरेथ्रॉइड कीटनाशक है जो तना छेदक सहित कई कीटों को नियंत्रित करता है। इसे छिड़काव के माध्यम से 300 मिली प्रति एकड़ उपयोग करें।
- डायमेथोएट (Dimethoate 30% EC): यह एक कीटनाशक तना छेदक और अन्य रस चूसने वाले कीटों को नियंत्रित करता है। इसकी उपयोग 500 मिली प्रति एकड़ अनुसार फसल पर छिड़काव करना है।
- इमामेक्टिन बेंजोएट (Emamectin Benzoate 5% SG): यह कीटनाशक तना छेदक के लार्वा पर प्रभावी होता है और उनकी मृत्यु को सुनिश्चित करता है। इसे 80 ग्राम प्रति एकड़ अनुसार फसल पर छिड़काव करना है।
- स्पिनोसैड कीटनाशक (Spinosad 45% SC): यह एक बेस्ट रिजल्ट देने वाला कीटनाशक है जो तना छेदक और अन्य कीटों के लार्वा को नियंत्रित करता है। इसे 80 मिली प्रति एकड़ अनुसार फसल पर छिड़काव करें।
बैंगन में शूट बोरर एवं तना छेदक की दवा और कीटनाशक | Brinjal Shoot and Fruit Borer Management and Insecticide
कीटनाशक के नाम | कंपनी का नाम | उपयोग मात्रा |
सोलोमन कीटनाशक | बायर कंपनी | 80 मिली/एकड़ अनुसार छिड़काव करें |
मार्शल कीटनाशक | एफएमसी कंपनी | 500 मिली प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें |
प्रोक्लेम कीटनाशक | क्रिस्टल कंपनी | 80 ग्राम प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें |
एक्सपोनस कीटनाशक | बीएएसएफ कंपनी | 30 मिली/एकड़ अनुसार छिड़काव करें |
ग्रासिया कीटनाशक | गोदरेज कंपनी | 160 मिली/एकड़ अनुसार छिड़काव करें |
नोट – उपरोक्त दिए गए कीटनाशक में से किसी एक का फसल में शूट बोरर और तना छेदक कीटों की समस्या के अनुसार उपयोग करें।
बैंगन की फसल में फल छेदक कीटों से नुकसान | Brinjal Crop Damage By Fruit Borer Insect
बैंगन की फसल में फल छेदक कीट (Fruit Borer) एक गंभीर समस्या है, जो फसल को भारी नुकसान पहुंचा सकता है। ये कीट फल के अंदर घुसकर उसे खा जाते हैं, जिससे फल सड़ने लगता है और उसकी गुणवत्ता खराब हो जाती है। फल छेदक कीटों का प्रकोप बढ़ने से बैंगन की उपज में कमी आ सकती है, क्योंकि संक्रमित फल बाजार में बेचे नहीं जा सकते। इससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। समय पर नियंत्रण न करने पर पूरी फसल बर्बाद हो सकती है, जिससे उत्पादन में भारी गिरावट आती है और कुल पैदावार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
बैंगन में फल छेदक कीटों का जीवन चक्र | Life Cycle of The Brinjal Fruit Borer?
बैंगन में फल छेदक कीट (Brinjal Crop Fruit Borer Insect) का जीवन चक्र निम्नलिखित चरणों में विभाजित होता है:
- अंडा (Egg Stage): फल छेदक के मादा कीट पौधों के फूलों, फलों या पत्तियों पर छोटे सफेद या हल्के पीले रंग के अंडे देती है। ये अंडे आमतौर पर गुच्छों में पाए जाते हैं और 3-5 दिनों के भीतर लार्वा में परिवर्तित हो जाते हैं।
- लार्वा (Larva Stage): अंडे से निकलने के बाद लार्वा सीधे फल के अंदर घुसकर उसे खाने लगते हैं। लार्वा की यह अवस्था सबसे विनाशकारी होती है, क्योंकि यह फल को अंदर से क्षति पहुँचाता है एवं लार्वा की अवधि लगभग 2-3 सप्ताह की होती है।
- प्यूपा (Pupa Stage): पूरी तरह से विकसित लार्वा तने, पत्तियों, या मिट्टी में गिरकर प्यूपा अवस्था में बदल जाता है। प्यूपा के दौरान कीट का रूपांतरण होता है, और यह अवस्था 7-10 दिनों तक रहती है।
- वयस्क (Adult Stage): प्यूपा से वयस्क कीट निकलता है, जो कि छोटा, पीला या हरा रंग का पतंगा होता है। वयस्क कीट उड़ने की क्षमता रखता है और फिर से अंडे देने के लिए तैयार होता है। वयस्क की आयु 1-2 सप्ताह की होती है।
इस जीवन चक्र के दौरान, फल छेदक कीट बैंगन के फलों को गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे उपज और गुणवत्ता में कमी आती है। जीवन चक्र की समझ से उचित नियंत्रण उपायों को अपनाने में सहायता मिलती है।
बैंगन में फल छेदक कीटों के लक्षण | Symptoms of Fruit Borer in Brinjal
- फल छेदक कीट अपने नाम के अनुसार बैंगन के फलों में छोटे-छोटे गोल छेद बनाते हैं। ये छेद कीट के लार्वा के प्रवेश करने और अंदर से फल को खाने के कारण होते हैं।
- कीट के लार्वा फल के अंदर रहते हुए उसे खाते हैं, जिससे फल आंतरिक रूप से क्षतिग्रस्त हो जाते हैं और सड़ने लगते हैं। यह फल की गुणवत्ता को नष्ट कर देता है।
- जहां कीट ने फल में छेद किया है, वहां से गंदगी, कीट का मल, और सड़े हुए फल के टुकड़े बाहर निकलते रहते हैं। यह भी एक प्रमुख संकेत है कि फल में छेदक कीट का हमला हुआ है।
- कीट के हमले के कारण बैंगन के फल का विकास सही तरीके से नहीं हो पाता, जिससे फल विकृत या बदसूरत दिख सकते हैं। फल का आकार और रंग असामान्य हो सकता है।
- जब फल छेदक कीट फल के अंदर अपना भोजन करता है, तो फल कमजोर हो जाता है और समय से पहले ही पौधे से गिर सकता है। यह समस्या विशेष रूप से गंभीर होती है, क्योंकि इससे फसल की पैदावार में कमी आती है।
बैंगन में फल छेदक का जैविक नियंत्रण | Brinjal Fruit Borer Organic Control
- फसल में नीम के तेल (Neem Oil 50000 PPM) का 200 मिली प्रति एकड़ उपयोग छिड़काव के रूप में फल छेदक कीटों को नियंत्रित करने के लिए करना चाहिए । नीम का तेल कीटों के लार्वा और अंडों पर प्रभाव डालता है, जिससे उनकी वृद्धि रुक जाती है। इसका उपयोग हमेशा 10-12 दिनों के अंतराल पर करते रहना चाहिए ।
- फसल में 6 से 8 नग फेरोमोन ट्रैप्स का उपयोग करके नर कीटों को आकर्षित और फंसाया जा सकता है। यह कीटों की प्रजनन दर को कम करने में सहायक होता है और फल छेदक कीटों की संख्या को नियंत्रित करने में मदद करता है।
- ट्राइकोग्रामा एक परजीवी होता है जो फल छेदक कीट के अंडों में प्रवेश कर उन्हें नष्ट कर देता है। ट्राइकोग्रामा का उपयोग बैंगन की फसल में करके फल छेदक कीट की संख्या को कम किया जा सकता है।
- बैंगन के साथ कुछ साथी पौधों जैसे कि तुलसी, गेंदा (मैरीगोल्ड), और प्याज की खेती करने से कीटों को आकर्षित करने वाले या उनके दुश्मन कीटों को प्रोत्साहित करने वाले प्राकृतिक रक्षक मिलते हैं, जो फल छेदक कीटों को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
- जिन फलों या तनों में फल छेदक कीट का संक्रमण हो चुका है, उन्हें तुरंत पौधे से हटाकर नष्ट कर देना चाहिए। यह कीटों के प्रसार को रोकने में मदद करता है और फसल की स्वस्थता बनाए रखता है।
बैंगन में फल छेदक कीटों का रासायनिक नियंत्रण | Brinjal Fruit Borer Chemical Control
- इमामेक्टिन बेंजोएट 5% SG: इमामेक्टिन बेंजोएट एक प्रभावी कीटनाशक है, जो फल छेदक कीटों को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसे 8 ग्राम प्रति 15 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
- स्पिनोसैड 45% SC: स्पिनोसैड सबसे बेस्ट ताकतवर कीटनाशक है जो फल छेदक कीटों को मारने में प्रभावी है। 1 मिली प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
- क्लोरपाइरीफॉस 20% EC: क्लोरपाइरीफॉस सिस्टेमिक और कंटेंट कीटनाशक है, जिसे 2 मिली प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव किया जा सकता है। यह कीटों के तंत्रिका तंत्र पर असर डालता है।
- फ्लुबेंडियामाइड 39.35% SC: यह कीटनाशक लार्वा कीटों पर तुरंत प्रभाव डालता है, जिससे कीट मर जाते हैं। इसे 0.5 मिली प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
- लैंब्डा-साइहैलोथ्रिन 5% EC: लैंब्डा-साइहैलोथ्रिन एक सिंथेटिक पाइरेथ्रॉइड है, जो कीटों के संपर्क में आते ही उन्हें मारता है। इसे 1 मिली प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
- डेल्टामेथ्रिन 2.8% EC: यह कीटनाशक कीटों की तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करके उन्हें मारता है। इसे 2 मिली प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
- क्विनालफॉस 25% EC: यह एक ऑर्गेनोफॉस्फेट कीटनाशक है, जो कीटों की तंत्रिका तंत्र को बाधित करता है। इसे 2 मिली प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
बैंगन में फल छेदक कीटों की दवा और कीटनाशक | Best Insecticide For Brinjal Fruit Borer
कीटनाशक के नाम | कंपनी का नाम | उपयोग मात्रा |
वेस्टीकोर कीटनाशक | बीएएसएफ कंपनी | 60 मिली/एकड़ अनुसार छिड़काव करें |
ब्रोफ्रेया कीटनाशक | पीआई इंडस्ट्रीज | 50 मिली/एकड़ अनुसार छिड़काव करें |
प्लेथोरा कीटनाशक | अदामा कंपनी | 300 मिली/एकड़ अनुसार छिड़काव करें |
अलेक्टो कीटनाशक | इंडोफिल कंपनी | 60 मिली/एकड़ अनुसार छिड़काव करें |
विलियम फ्लेक्सी कीटनाशक | सिंजेंटा कंपनी | 200 मिली/एकड़ अनुसार छिड़काव करें |
नोट – उपरोक्त दिए गए कीटनाशक में से किसी एक का फसल में फल छेदक कीटों की समस्या के अनुसार उपयोग करें।
सारांश:
बैंगन की फसल को तना छेदक, फल छेदक और शूट बोरर जैसे हानिकारक कीटों से गंभीर नुकसान हो सकता है। इन कीटों का जीवन चक्र और इनके लक्षणों की पहचान कर, जैविक और रासायनिक नियंत्रण के उपायों का सही तरीके से उपयोग किया जा सकता है। जैविक नियंत्रण में नीम का तेल, बैक्टीरियल स्प्रे, और परजीवी कीटों का उपयोग प्रमुख है, जबकि रासायनिक नियंत्रण के लिए क्लोरपाइरीफॉस, इमिडाक्लोप्रिड, और स्पिनोसेड जैसे कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है। फसल की गुणवत्ता और उपज को बचाने के लिए इन उपायों का सही समय पर और सही मात्रा में उपयोग करना अत्यंत आवश्यक है।
Farmer Phone.com के माध्यम से दी गई यह जानकारी आपको बैंगन की फसल को इन कीटों से बचाने में मदद करेगी और आपकी फसल की उपज और गुणवत्ता को बनाए रखने में सहायक सिद्ध होगी।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
प्रश्न – बैंगन के फल छेदक कीट की पहचान कैसे करें?
उत्तर – ये कीट फलों में छोटे छेद बनाते हैं, जिससे अंदर का भाग सड़ जाता है।
प्रश्न – तना छेदक और शूट बोरर की रोकथाम के रासायनिक उपाय क्या हैं?
उत्तर – इंडोक्साकार्ब, क्लोरंट्रानिलिप्रोल जैसे कीटनाशकों का छिड़काव करें।
प्रश्न – फल छेदक कीट से बचाव के लिए कौन-सा कीटनाशक उपयोगी है?
उत्तर – स्पिनोसैड 45% SC कीटनाशक फल छेदक के लार्वा पर प्रभावी है।
प्रश्न – बैंगन की फसल में कौन-कौन से प्रमुख कीट होते हैं?
उत्तर – तना छेदक, फल छेदक और शूट बोरर प्रमुख कीट हैं।
प्रश्न – बैंगन में तना छेदक को कैसे नियंत्रित करें?
उत्तर – तना छेदक के नियंत्रण के लिए रोगग्रस्त तनों को काटकर नष्ट करें और फसल चक्र अपनाएं। कीटनाशक जैसे हमला 550 कीटनाशक का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
प्रश्न – फल छेदक को कैसे नियंत्रित करें?
उत्तर – फल छेदक के नियंत्रण के लिए प्रभावित फलों को तोड़कर नष्ट करें और डेलीगेट कीटनाशक या कोराजन कीटनाशक का उपयोग करें।
प्रश्न – बैंगन के पौधों के लिए कौन सा कीटनाशक सबसे अच्छा है?
उत्तर – बैंगन में वेस्टीकोर कीटनाशक और प्लेथोरा जैसे कीटनाशक प्रभावी माने जाते हैं, जिन्हें तने और फल छेदक के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
प्रश्न – बैंगन में कीड़े की जैविक दवा?
उत्तर – जैविक नियंत्रण के लिए नीम का तेल और बेसिलस थुरिनजिनसिस जैसे जैविक कीटनाशक इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
प्रश्न – बैंगन की कीटनाशक दवा?
उत्तर – बैंगन के लिए इमिडाक्लोप्रिड, स्पिनोसैड, और फ्लुबेंडियामाइड जैसी कीटनाशक दवाएं प्रभावी होती हैं।
प्रश्न – बैंगन का पौधा क्यों सूखता है?
उत्तर – बैंगन का पौधा सूखने का कारण जल भराव, फंगस रोग, या तना छेदक कीट का हमला हो सकता है।
प्रश्न – फल छेदक को कैसे नियंत्रित करें?
उत्तर – फल छेदक के नियंत्रण के लिए नियमित निरीक्षण करें, प्रभावित फलों को हटाएं, और उचित कीटनाशक का छिड़काव करें।
प्रश्न – बैंगन में कीड़ा लग जाए तो क्या करें?
उत्तर – कीड़े के आक्रमण पर तुरंत कीटनाशक छिड़कें और प्रभावित हिस्सों को नष्ट करें। जैविक नियंत्रण के लिए नीम का तेल उपयोग करें।
प्रश्न – बैंगन में सुंडी मारने की दवा?
उत्तर – बैंगन में सुंडी नियंत्रण के लिए स्पिनोसैड और फ्लुबेंडियामाइड जैसी दवाओं का छिड़काव करें।
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